उत्तर प्रदेश समेत देश के बिभिन्न राज्यों में बेरोजगारी, महंगाई, भय, भूख और भ्रष्टाचार आदि चरम पर है।
आत्मनिर्भरता के दृष्टिगत बेशक हमारी सरकारें ढोल पीटने को आमादा हो लेकिन प्रत्येक योजनाएं धनबली प्रभावशालियो तक सिमित है जिससे एक तरफ भूखमरी के कगार पर खड़ा देश का बहुतायत गरीब कमजोर आम जनमानस जगह जगह जुल्म ज्यादती अन्याय और उत्पीड़न झेलने को विवश है यानी जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। चाहे वह असंगठित वर्गों के जनसंख्या के अनुपात में राजनैतिक भागीदारी का मामला हो, संत कबीर नगर में घरेलू हिंसा व महिला उत्पीडन का मामला हो, सिद्धार्थनगर में कपिल देव प्रजापति का पुलिसिया उत्पीड़न हो, फिरोजाबाद में विनोद प्रजापति के हत्या का मामला हो, झारखंड में नाबालिग बेटी का रेप व हत्या का मामला हो, बाड़मेर राजस्थान में कमलेश प्रजापति फर्जी एनकाउंटर के निष्पक्ष सीबीआई जांच का प्रकरण आदि हो। भारतीय प्रजापति महासंघ द्वारा संचालित एकीकरण महाअभियान का काम है धरातल पर स्वप्रयास करते हुए आपको जरिए शोशल मिडिया वास्तविकता का बोध कराना, अमल करना न करना आपके उपर निर्भर है कि उक्त बिडम्बनाओ का स्थाई निदान मात्र एकीकरण में है। इसके लिए जगह जगह मिशन की सदस्यता ग्रहण कर अनुशासित नेतृत्व के साथ संघर्ष करना होगा और उस जनजागृति के लिए गांव, शहर और कस्बों में छोटे छोटे चौपाल लगाकर लोगों को जागरूक करना पड़ेगा जो वैचारिक समायोजन पर निर्भर है बकिया सब बेइमानी होगी। धन्यवाद